Kathua Terror Attack
Kathua Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार (8 जुलाई) को आतंकियों के हमले में 5 जवान शहीद हो गए. इसके साथ ही, इस हमले में पांच जवान घायल हैं, जिनका पठानकोट के आर्मी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. गौरतलब है कि मोदी 3.0 में जम्मू कश्मीर के आतंकी घटनाएं बढ़ीं हैं. सिर्फ 1 महीने में 8 जवान शहीद हो चुके हैं. वहीं, 10 से ज्यादा नागरिक मारे गए.
सेना के मुताबिक, सोमवार को सेना की गाड़ी पर हमला तब हुआ, जब सुरक्षाबल पेट्रोलिंग के लिए निकले थे. सुरक्षाबल कठुआ से करीब 123 किलोमीटर दूर पहाड़ी इलाके में पेट्रोलिंग के लिए निकले थे. रास्ता कच्चा था, गाड़ी की रफ्तार भी धीमी थी. एक तरफ ऊंची पहाड़ी और दूसरी तरफ खाई थी. ऐसे मेंआतंकियों ने पहाड़ी से घात लगाकर सेना के ट्रक पर पहले ग्रेनेड फेंका, फिर स्नाइपर गन से फायरिंग की. सेना ने भी काउंटर फायरिंग की, लेकिन आतंकी जंगल में भाग गए. फिलहाल सेना, आतंकियों की तलाश में हेलिकॉप्टर, स्निफर डॉग्स, UAV और मेटल डिटेक्टर की मदद ले रही है.
कश्मीर टाइगर्स ने ली हमले की जिम्मेदारी
हमले के पीछे लोकल गाइड की भूमिका सामने आई है, जिसने आतंकवादियों के लिए मुखबिरी की. आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली कठुआ हमले की जिम्मेदारी ली है, जो जैश-ए-मोहम्मद से जुड़ा है. कठुआ के एक तरफ पाकिस्तान का बॉर्डर है, तो दूसरी तरफ पंजाब और हिमाचल प्रदेश है. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, हमले में 3 से 4 आतंकियों के शामिल होने की बात सामने आ रही है. वे आधुनिक हथियारों से लैस हैं. ये आतंकी हाल ही में सीमा पार से घुसपैठ करके आए हैं.
आतंकियों ने बताया बदला
बता दें कि बीते 11-12 जून को भी कठुआ में आतंकवादियों से सेना की मुठभेड़ हुई थी, जिसमें सैदा गांव में छिपे दो आतंकियों को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया था. हमले के बाद कश्मीर टाइगर्स ने सोशल मीडिया पर लिखा कि उन्होंने तीन आतंकवादियों की मौत का बदला ले लिया है.
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