Rahul Gandhi Assam Visit: नेता विपक्ष राहुल गांधी सोमवार (8 जुलाई) को असम पहुंचे. यहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की और उनकी परेशानियां सुनी. इसके बाद उन्होंने मणिपुर का दौरा किया. लोकसभा में विपक्ष का नेता चुने जाने के बाद राहुल गांधी का यह पहला पूर्वोत्तर दौरा है. राहुल गांधी ऐसे समय में असम में गए हैं, जब वहां भयंकर बाढ़ आई हुई है. असम में बाढ़ से भूस्खलन हो रहा है और नदियां खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. गौरतलब है कि भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से असम के 28 जिलों के करीब 22.70 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं मणिपुर में पिछले 1 साल से लगातार हिंसा हो रही है.
असम में बाढ़ पीड़ितों से की मुलाकात
राहुल गांधी ने असम में फुलेरताल में बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की. असम यात्रा के बाद राहुल गांधी ने एक्स पर लिखा कि असम में बाढ़ से हुई भीषण तबाही दिल दहला देने वाली है. 8 साल के अविनाश जैसे मासूम बच्चों को हमसे छीन लिया गया.
राहुल गांधी ने आगे लिखा, “राज्य भर के सभी शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना. असम कांग्रेस के नेताओं ने मुझे जमीनी स्थिति से अवगत कराया. 60+ मौतें, 53,000+ विस्थापित, 24,00,000 प्रभावित…, ये आंकड़े भाजपा की डबल इंजन सरकार के घोर और गंभीर कुप्रबंधन को दर्शाते हैं जो “बाढ़ मुक्त असम” के वादे के साथ सत्ता में आई थी.”
‘मैं असम के लोगों के साथ खड़ा हूं’
कांग्रेस नेता ने कहा कि असम को एक व्यापक और दयालु दृष्टिकोण – अल्पावधि में उचित राहत, पुनर्वास और मुआवजा, और लंबी अवधि में बाढ़ को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक हर चीज करने के लिए एक अखिल-पूर्वोत्तर जल प्रबंधन प्राधिकरण की आवश्यकता है. मैं असम के लोगों के साथ खड़ा हूं, मैं संसद में उनका सिपाही हूं और मैं केंद्र सरकार से राज्य को शीघ्रता से हर संभव सहायता और समर्थन देने का आग्रह करता हूं.
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