Rahul Gandhi

नेता से 'जननायक' बनने का राहुल गांधी का ऐतिहासिक सफर !

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Rahul Gandhi Political Journey: कांग्रेस नेता और रायबरेली से सांसद राहुल गांधी आज 54 साल के हो गए हैं. देश के सबसे बड़े और पुराने राजनीतिक घराने में जन्में राहुल गांधी का पॉलिटिकल करियर काफी उतार-चढ़ाव से भरा रहा है. साल 2004 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और इसके बाद से कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. पहली बार राहुल गांधी ने अपने पिता राजीव गांधी की अमेठी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा. राहुल गांधी को राजनीति में आए आज 20 साल पूरे हो चुके हैं. आइए जानते हैं उनके 20 साल के राजनीतिक सफर की रोमांचक कहानी.

इमेज खराब करने की कोशिशें हुई नाकाम

राजनीति में आने के बाद साल 2007 में राहुल गांधी कांग्रेस के महासचिव नियुक्त किए गए. इसके साथ ही उन्हें युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्रसंघ (NSUI) का कार्यभार भी सौंपा गया. इसके बाद 2013 में उन्हें कांग्रेस उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया और फिर 2017 में अध्यक्ष बनाया गया. राहुल गांधी ने ये सारी जिम्मेदारियां बखूबी निभाई.

लेकिन इस बीच उनकी इमेज खराब करने की भी बहुत कोशिश हुई. कभी उनके भाषणों को आधा-अधूरा वायरल करा के तो कभी उनकी बात का दूसरा मतलब निकालकर. लेकिन इन सबके बावजूद भी राहुल गांधी ने कभी हार नहीं माना और मैदान में डटे रहे.

‘भारत जोड़ो यात्रा’ से लोगों से जुड़े

साल 2022 में राहुल गांधी ने ऐतिहासिक ‘भारत जोड़ो यात्रा’ शुरु की, जिसके जरिए वे देश के हर कोने में गए और जमीनी स्तर पर लोगों से जुड़ सके. 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरु हुई 3,570 किमी लंबी इस यात्रा में राहुल गांधी ने 150 दिन नॉन-स्टाप पदयात्रा की, जिसमें उन्होंने देशभर के 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर किया. राहुल गांधी ने अपनी यह यात्रा श्रीनगर में खत्म की. वे इस दौरान देश के कोने-कोने से हजारों लोगों से मिले और उनकी समस्याएं सुनी.

एक और क्रांतिकारी यात्रा

कांग्रेस नेता की यह क्रांतिकारी यात्रा इतनी सफल हुई कि उन्होंने 2024 में एक बार फिर भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली. 14 जनवरी 2024 को राहुल गांधी ने इस यात्रा को मणिपुर से शुरु की. वो ऐसे समय में मणिपुर गए, जब वहां भयानक हिंसा फैली हुई थी. हर रोज लोग मारे जा रहे थे. मणिपुर की हालत इतनी खराब थी कि देश के प्रधानमंत्री तक ने वहां जाने की हिम्मत नहीं की. पर ऐसे माहौल में भी राहुल गांधी नहीं डरे और वहां जाकर हिंसा ग्रसित इलाकों में पीड़ित लोगों से मिले. कांग्रेस नेता के इस कदम की देशभर में सराहना हुई. इसके साथ ही राहुल गांधी ने मणिपुर की असली स्थिति देश के सामने ला दी, जो देश की नेशनल मीडिया ने छुपा रखी थी.

इसके बाद लोकसभा चुनाव 2024 में राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी ने इंडिया गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ा और बीजेपी के 400 पार के नारे को ध्वस्त कर दिया. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस पार्टी एक बार फिर एक मजबूत विपक्ष के रूप में उभर कर सामने आई.


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