Terrorists Attacks

Terrorists Attacks

Share this news :

Jammu-Kashmir Terrorists Attacks: जम्मू-कश्मीर बीते तीन दिनों में तीन बार आतंकी हमलों से दहल उठा. इन सबके बीच पीएम की चुप्पी और केंद्र के दावों पर सवाल उठने लगे हैं. . दरअसल, नरेंद्र मोदी के पीएम बनने के बाद केंद्र सरकार की ओर से पिछले 10 सालों से लगातार ये दावा किया जाता रहा कि, कश्मीर में आतंकी घटनाओं में कमी आ गई है और वहां शांति है.लेकिन हकिकत इससे कोसो दूर नजर आती है.

केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार बनने के बाद जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं,आतंकी घटनाओं में आम लोगों की मौतें और शहीद जवानों का आंकड़े पर नजर डालें तो बीजेपी का कश्मीर में शांति वाला राग बेसूरा नहीं सुनाई देता है. दरअसल, एक डेटा के अनुसार, 2014 से अब तक (12 जून) सिर्फ जम्मू कश्मीर में 1327 आतंकी हमले हुए हैं, जिसमें 364 आम लोगों की जान गई है. वहीं, पिछले दस वर्षों में 598 जवान शहीद हुए हैं.

इसके साथ ही, सिर्फ 2014 में, जब बीजेपी केंद्र की सत्ता में काबिज हुई उस साल कश्मीर में 91 आतंकी हमलों में 28 आम लोगों की जान गई शामिल थे. वहीं 2014 में हुई आतंकी घटनाओं में 47 जवान शहीद हुए.

2018 में 95 जवान हुए थे शहीद

साल 2015 में कश्मीर में 86 आंतकी घटनाओं (Terrorists Attacks) में 19 आम लोगों की जान गई. इस साल आंतकी घटनाओं में 41 जवानों ने अपनी शहादत दी थी. साल 2016 में 112 आंतकी घटनाओं में 14 आम लोगों की जान गई. वहीं इस शहीद होने वाले जवानों की संख्या 88 थी. साल 2017 में 163 आंतकी घटनाओं में 54 आम लोगों की जान गई. 2017 में 83 जवान शहीद हुए थे. साल 2018 में तो आंतकी घटनाओं में बढ़ोतरी देखी गई. 2018 में 206 आतंकी घटनाएं हुईं,जिसमें 86 आम लोगों की जान चली गई.वहीं 2018 में 95 जवान शहीद हुए थे.

370 खत्म होने के बाद भी नहीं आई कश्मीर में शांति

साल 2019 ये वो साल था जब धारा 370 को निरस्त कर दिया गया और दावा किया गया 370 के निरस्त होने के बाद कश्मीर खुशहाली और शांति के रास्ते पर अग्रसर होगा, लेकिन 2019 में हुई 135 आतंकी घटनाओं में 42 आम लोगों की जान गई. वहीं 2019 में 78 जवानों ने शहादत दी. साल 2020 में घटी 140 आतंकी घटनाओं में 33 आम लोगों की जान गई और 56 जवान शहीद हुए.

साल 2021 में 153 आतंकी घटनाएं घटीं, जिसमें 36 आम लोगों की जान गई और 45 जवान शहीद हुए. साल 2022 में 151 आतंकी घटनाएं हुईं, जिसमें 30 आम लोगों की जान गई और 30 जवान शहीद हुए. साल 2023 में 72 आतंकी घटनाएं हुईं, जिसमें 12 आम लोगों की मौत हुई और 33 जवान शहीद हुए.

पाकिस्तानी नेताओं को जवाब देने का समय है, पर कश्मीर में आतंकी हमलों पर चुप्पी क्यों, पवन खेड़ा ने मोदी सरकार पर उठाए सवाल

1 thought on “आतंकी घटनाओं को रोकने में नाकाम रही मोदी सरकार, पिछले दस सालों में 1327 बार दहला जम्मू कश्मीर, शहीद हुए 600 जवान

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *