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Bahraich Violence: उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा जी की प्रतिमा के विसर्जन के दौरान शुरु हुई सांप्रदायिक हिंसा में 1 युवक की मौत हो गई है. पुलिस ने मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया कर लिया है. लेकिन हिंसा अभी थमने का नाम नहीं ले रही है. महसी इलाके में आधा दर्जन घरों में आगजनी की गई है. भीड़ ने दुकानों और गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद इलाके में इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया है. वहीं इस बीच सीएम योगी से इस्तीफे की मांग भी शुरु हो गई है. कांग्रेस ने सीएम योगी के इस्तीफे की मांग की है.
सीएम योगी दें इस्तीफा (Bahraich Violence)
बहराइच में शुरु हुआ विवाद सांप्रदायिक हिंसा (Bahraich Violence) का रूप ले चुका है. इसे काबू करने में योगी सरकार पूरी तरह से विफल रही है. ऐसे में विपक्षी पार्टियां सीएम योगी के इस्तीफे की मांग कर रही हैं. भाजपा पर ये भी आरोप लगाया जा रहा है कि भाजपा ने राजनीतिक लाभ के लिए हिंसा करवाई है. बता दें कि यूपी में जल्द ही उपचुनाव होने हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि चुनावी फायदे के लिए यह हिंसा करवाई गई है.
शासन से हुई चूक- अखिलेश यादव
बहराइच की घटना पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सरकार को घटना (Bahraich Violence) की जानकारी लेनी चाहिए थी. शासन की चूक की वजह से यह घटना हुई है. उन्होंने आरोप लगाया कि वोट की राजनीति के तहत भाजपा ऐसी घटनाएं करा रही है. भाजपा समाज में नफरत फैलाने का काम कर रही है ताकि वोट की राजनीति करी जा सके.
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि जब तक सरकार नहीं बदलेगी तब तक ऐसी घटनाओं पर लगाम नहीं लगेगी. जुलूस के दौरान कौन कौन से गाने बजाए जा रहे थे उसकी भी जानकारी देनी चाहिए क्या उससे समाज में विद्वेष फैलाने का काम किया जा रहा था. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरी अपील है की जो जो पक्ष इसमें है उसमे कानून व्ययवस्था बनाएं. सभी पक्ष कानून व्ययवस्था बनाएं रखें.
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