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RSS और BJP के बीच में सिर्फ पार्टी अध्यक्ष को लेकर ही नहीं ठनी है. औरंगजेब की कब्र को लेकर भी आरएसएस बीजेपी के विरोध में दिख रहा है.
RSS नेता सुरैश भैय्याजी ने औरंगजेब की कब्र को लेकर दिया बड़ा बयान
संघ के नेता सुरैश भैय्याजी ने कहा है कि औरंगजेब की कब्र का मुद्दा अनावश्यक है. उसकी मृत्यु यहीं हुई थी और उसकी कब्र बनाई गई थी. छत्रपति शिवाजी महाराज ने अफजल खान की कब्र बनवाकर एक मिसाल कायम की थी. यह भारत की उदारता और समावेशिता को दर्शाता है. यह कब्र हमेशा रहेगी”.
अब सुरेश भैय्याजी के इतना कहते ही बीजेपी का मनोबल ही डाउन हो गया है. डाउन क्यों ना हो, जो संगठन बीजेपी को पाल रही है, जिसने पाल-पोस कर बड़ा कर दिया, अब जब वही ये बात बोलेंगे, तो पार्टी क्या ही करेगी. पर इतना तो समझ आ ही गया है कि RSS बीजेपी में ही फूट डाल रही है… पार्टीलाइन की सोच और संगठन की सोच अब एक जैसी नहीं रही है… तो वो दिन भी दूर नहीं जब आपको पता चलेगा की बीजेपी 2 फांक में बंट गई है…
RSS प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने भी औरंगजेब कब्र विवाद पर दिया था बयान
ये पहली बार नहीं है कि आरएसएस नेता ने औरंगजेब की कब्र वाले विवाद पर कुछ बोला है. संघ नेता सुरैश भैय्याजी से पहले RSS के प्रवक्ता सुनील आंबेकर ने कहा था कि औरंगजेब आज के समय प्रासंगिक नहीं है. आपको बताते चलें कि महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र विवाद को लेकर जब हिंसा हुई थी, उसी समय आंबेकर ने ये बयान दिया था.
आंबेकर ने कहा था कि किसी भी प्रकार की हिंसा समाज के लिए अच्छी नहीं है. क्योंकि औरंगजेब आज के समय प्रासंगिक ही नहीं है. मतलब औरंगजेब ही नहीं मुगलों को लेकर भी RSS ने अपना स्टैंड क्लीयर कर दिया है. जिससे बीजेपी आलाकमान की स्थिती गंभीर हो गई है…
खैर, बात तो वही है कि बाबरी विध्वंस से लेकर अब औरंगजेब की कब्र तक. भारत के हिंदूओं में जहर घोलने काम करती रही है आरएसएस और आज देश में RSS की पार्टी बीजेपी ही सत्ता में भी है. नरेंद्र मोदी जो आरएसएस के नफरती स्कूल से निकले हैं, वही आज देश के प्रधानमंत्री भी हैं, और इस सरकार में देश में सांप्रदायिक आग किस तरह से फैलती जा रही है. ये सबको पता है, इसलिए RSS को ये बात समझ आ जानी चाहिए कि देश के लोग संघ के खाने के दांत और दिखाने वाले दांत से भली-भांति परिचित हो चुके हैं…
मंदिर-मस्जिद वाले मसले पर संघ प्रमुख ने भी दिया था बयान
कुछ दिनों पहले जब देश में हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजे जाने का प्रयास किया जा रहा था उस समय में भी RSS ने एक ऐसा बयान दिया था जिससे बीजेपी के पैरों के नीचे से जमीन ही खिसक गई थी. जी हां, आरएसएस चीफ मोहन भागवत ने इस मामले को लेकर कहा था कि हर मस्जिद के नीचे मंदिर खोजना सही नहीं है,इससे देश और रसातल में ही जाएगा.
देखिए, इसमें कोई शक नहीं है कि फिलहाल बीजेपी और RSS के बीच जमकर कोल्ड वॉर चल रहा है. आरएसएस लगातार बीजेपी नेताओं की बखिया उधेड़ रहा है. संघ ने बीजेपी का साथ ना तो मंदिर-मस्जिद वाले मुद्दे पर दिया और नाही अब औरंगजेब की कब्र वाले विवाद में साथ दिया है. वहीं दूसरी तरफ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर अलग से मारामारी चल रही है दोनों के बीच.
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