Arvind Kejriwal
Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी देश के साथ साथ अब दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री फिलहाल सात दिन की ईडी रिमांड पर हैं. इस बीच जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर प्रतिक्रिया दी है. जिसके बाद भारत ने जर्मन विदेश मंत्रालय की इस टिप्पणी का कड़ा विरोध किया है.
भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि जर्मनी को इस मामले में दखन देने की जरूरत नहीं है. यह हमारे देश का आंतरिक मामला है, जर्मनी को इस मामले से दूर रहना चाहिए. इससे पहले जर्मन विदेश मंत्रालय की तरह से कहा गया है कि भारत में विपक्ष के एक बड़े राजनीतिक चेहरे को चुनाव से कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर लिया गया है. विपक्ष इसे राजनीतिक प्रतिशोध के रूप में देख रहा है. इस मामले को जर्मन सरकार ने संज्ञान में लिया है.
जर्मनी ने लोकतंत्र पर उठाया सवाल
जर्मन विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है कि भारत एक लोकतंत्रिक देश है. हम उन मानकों में विश्वास रखते हैं और उम्मीद करते हैं कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और बुनियादी लोकतांत्रिक मूल्य से संबंधित सिद्धांत भी इस केस में मामले में लागू किए जाएंगे.
निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं केजरीवाल
जर्मन विदेश मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि इस मामले में अरविंद केजरीवाल निष्पक्ष सुनवाई के हकदार हैं, उनको बिना किसी प्रतिबंध के सभी कानूनी रास्तों के उपयोग का हक मिलने चाहिए. उन्होंने कहा कि निर्दोष होने की संभावना कानून के नियमों का अहम हिस्सा है, इसीलिए इसे केजरीवाल के मामले में भी लागू होना चाहिए.
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