UP Floods: पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश के चलते मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसे हालात हैं. आलम ये हैं कि लगातार बारिश के कारण नदियां उफान पर हैं. इसके कारण उत्तर प्रदेश में नदी किनारे बसे गांवों तक नदी का पानी पहुंच गया है, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, गंगा नदी में भी अपना रौद्र रूप दिखा रही. गंगा नदी के किनारे स्थित गांवों में बाढं जैसे हालात हैं.
अमरोहा में बाढ़ जैसे हालात
हरिद्वार बैराज से गंगा नदी में 30662 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिससे गंगा अपने उफान पर आ गई. लगातर बढ़ते गंगा नदी के जलस्तर से अमरोहा में गंगा किनारे स्थित खेत जलमग्न गए. वहीं, अमरोहा में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. फसल बर्बाद हो गई हैं. किसानों को पशुओं के लिए चारा लाने में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. गांवों को जाने वाली सड़कें भी पानी में डूबी हुई हैं. लोग जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं. वे मवेशियों पर सवार होकर या तैरकर नदी पार कर रहे हैं.
वहीं, बरेली में बहगुल नदी के उफान पर होने से कई गांव प्रभावित हैं. दो बच्चों समेत तीन लोगों की नदी में डूबने से मौत हो गई. पीलीभीत में भी एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई. जिले में दो दिन से बाढ़ थमी हुई है, लेकिन उत्तराखंड के धारचूला में बादल फटने से पहाड़ी नदियां उफान पर हैं. यदि बनबसा बैराज से पानी छोड़ा गया तो पीलीभीत में शारदा नदी में फिर बाढ़ आ सकती है.
बता दें कि पहाड़ों से लेकर मैदानों तक भारी बारिश और नेपाल से छोड़े गए पानी ने उत्तर प्रदेश में तबाही के हालात पैदा कर दिए हैं. शाहजहांपुर, पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, बलरामपुर, अयोध्या, अंबेडकरनगर, बाराबंकी, सीतापुर समेत कई जिले बाढ़ की चपेट में हैं. जिससे लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
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