Lok Sabha First Session: 18वीं लोकसभा के पहले सत्र का आगाज सोमवार (24 जून 2024) को हंगामे के साथ हुआ. इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया. इसके साथ ही विपक्ष ने सदन के अंदर भी सरकार को जमकर घेरा. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, जब लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेने गए, तब विपक्ष ने NEET-NEET के नारे लगाए.
इसके साथ ही जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद पद की शपथ लेने पहुंचे, तब विपक्ष ने उन्हें संविधान की याद दिलाई. दरअसल, जब पीएम मोदी शपथ लेने पहुंचे, तब राहुल गांधी सदन में संविधान की कॉपी लेकर बैठे थे. जैसे ही पीएम मोदी ने लोकसभा सदस्य के रूप में शपथ लेना शुरू किया, राहुल गांधी समेत विपक्षी नेता संविधान की कापियां लहराने लगे.
विपक्ष के प्रदर्शन को लेकर मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और अमित शाह जी संविधान पर जो कर रहे हैं, वह हमारे लिए स्वीकार्य नहीं है. वे जो चाह रहे हैं, उसे हम होने नहीं देंगे, इसलिए हम आज संविधान की कॉपी शपथ लेने के दौरान लेकर गए.
कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि देश के संविधान को कोई शक्ति नहीं छू सकती है. हम इसमें कोई भी बदलाव नहीं होने देंगे. वहीं, पीएम मोदी के संबोधन को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि पीएम मोदी के संबोधन में कुछ भी नया नहीं है और उन्होंने हमेशा की तरह विषय भटकाने वाली बात कही.
इससे पहले टीएमसी के सांसद सौगत रॉय ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि हम बीजेपी के संविधान को खत्म करने की कोशिशों के ख़िलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
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